पाठ - 16
छंदा सागर ग्रन्थ
"सगणादि छंदाएँ"
इस पाठ में हम उन छंदाओं का अध्ययन करेंगे जिनके प्रारंभ में सगण रहता है। इन छंदाओं का इसलिये सगणदि नाम दिया गया है क्योंकि छंदा के आदि में सगण गुच्छक रहते हैं। सगण गुच्छक निम्न हैं, जिनका इन छंदाओं में प्रयोग है।
112 = सगण
1121 = अंसल
1122 = ईसग
11221 = ईंसागल
11212 = ऊसालग
112121 = ऊंसालिल
11222 = एसागग
112221 = ऐंसागिल
सगणादि गुरु-लूकी छंदाएँ:- इन छंदाओं में गुरु वर्ण के मध्य ऊलल वर्ण (11) रहते हैं। वाचिक स्वरूप में ये दोनों लघु स्वतंत्र लघु होते हैं। मात्रिक और वर्णिक में लघु वर्ण सामान्य लघु ही रहते हैं।
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11222 = सेका, सेकण, सेकव
112221 = सैंका, सैंकण, सैंकव
11222 2 = सेगा, सेगण, सेगव
11222 21 = सेगू, सेगुण, सेगुव
11222 22 = सेगी, सेगिण, सेगिव
11222 22 +1 = सेगिल, सेगीलण, सेगीलव
11222 222 = सेमा, सेमण, सेमव
11222 2221 = सेमल, सेमालण, सेमालव
11222 2222 = सेमी, सेमिण, सेमिव
11222 22221 = सेमिल, सेमीलण, सेमीलव
(इन छंदाओं में ईगागा वर्ण (22), मगण और ईमग गणक जुड़ा हुआ है। इनमें 22 को 112 रूप में लिया जा सकता है। मगण को 1122, 2112, 222 इन तीनों रूप में से किसी भी रूप में रखा जा सकता है। ईमग की 112 112, 11222, 21122, 22112, 2222 इन पांच संभावनाओं में से कोई भी प्रयोग में लायी जा सकती है। यह छूट लघु वृद्धि में भी है।)
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112*2 2= सादग, सदगण, सदगव
112*2 21 = सदगू, सदगुण, सदगुव
112*2 2 112*2 2 = सादगधू, सादगधुण, सादगधुव
112*2 2, 112*2 2 +1 = सादगधल, सदगधलण, सदगधलव
112*2 21, 112*2 21 = सदगुध, सदगूधण, सदगूधव
112*2 22 = सदगी, सदगिण, सदगिव
112*2 22 +1 = सदगिल, सदगीलण, सदगीलव
112*2 22 112*2 22 = सदगीधू, सदगीधुण, सदगीधुव (धू संकेतक बिना यति के सदगी को दोहरा रहा है।)
112*2 222 = सादम, सदमण, सदमव
112*2 2221 = सदमल, सादमलण, सादमलव
112*2 2222 = सदमी, सदमिण, सदमिव
112*2 22221 = सदमिल, सदमीलण, सदमीलव
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1122 112 = सीसा, सीसण, सीसव
1122 112 1122 112 = सिसधू, सिसधुण, सिसधुव (धू संकेतक बिना यति के सिस को दोहरा रहा है।)
1122 112, 1122 112 = सीसध, सिसधण, सिसधव
1122 1121, 1122 1121 = सीसंधा, सीसंधण, सीसंधव
1122*2 2 = सीदग, सिदगण, सिदगव
1122*2 21 = सिदगू, सिदगुण, सिदगुव
1122*2 22 = सिदगी, सिदगिण, सिदगिव
1122*2 22 +1 = सिदगिल, सिदगीलण, सिदगीलव
1122*2 222 = सीदम, सिदमण, सिदमव
1122*2 2221 = सिदमल, सीदमलण, सीदमलव
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11222 112 = सेसा, सेसण, सेसव
11222 1121 = सेसल, सेसालण, सेसालव
11222 112, 11222 112 = सेसध, सेसाधण, सेसाधव
11222 1121, 11222 1121 = सेसंधा, सेसंधण, सेसंधव
11222 1122= सेसी, सेसिण, सेसिव
11222 11221 = सेसिल, सेसीलण, सेसीलव
11222 1122, 11222 1122 = सेसिध, सेसीधण, सेसीधव
11222 11221, 11222 11221 = सेसींधा, सेसींधण, सेसींधव
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11222*2 2 = सेदग, सेदागण, सेगव
11222*2 21 = सेदागू, सेदागुण, सेदागुव
11222*2 22 = सेदागी, सेदागिण, सेदागिव
11222*2 22 +1 = सेदागिल, सेदागीलण, सेदागीलव
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11222 2 112 = सेगस, सेगासण, सेगासव
11222 2 1121 = सेगासल, सेगसलण, सेगसलव
11222 2 112, 11222 2 112 = सेगासध, सेगसधण, सेगसधव
11222 2 1122 = सेगासी, सेगासिण, सेगासिव
(इन सब छंदाओं को 1122 22 112 = सीगिस रूप में भी लिया जा सकता है।)
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112*3 2 = साबग, सबगण, सबगव (मेघवितान छंद)
112*3 21 = सबगू, सबगुण, सबगुव
112*3 22 = सबगी, सबगिण, सबगिव (गगन छंद)
112*3 22 +1 = सबगिल, सबगीलण, सबगीलव
112*2 2 112 = सदगस, सादगसण, सादगसव
112 1122*2 = सासिद ससिदण, ससिदव
112 1122*2 +1 = ससिदल, सासिदलण, सासिदलव
112*2 22 112 = सदगिस, सदगीसण, सदगीसव
112*2 22 1122 = सदगीसी, सदगीसिण, सदगीसिव
112 11222*2 = सासेदा, सासेदण, सासेदव
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1122 112*2 = सीसद, सिसदण, सिसदव
1122 112*2 +1 = सिसदल, सीसदलण, सीसदलव
1122 112*2 2 = सिसदग, सीसदगण, सीसदगव
1122 112*2 21 = सीसदगू, सीसदगुण, सीसदगुव
1122 112*2 22 = सीसदगी, सीसदगिण, सीसदगिव
1122 112*2 22 +1 = सीसदगिल, सीसदगीलण, सीसदगीलव
1122*2 112 = सीदस, सिदसण, सिदसव (सायक छंद)
1122*3 2 = सीबग, सिबगण, सिबगव
1122*3 21 = सिबगू, सिबगुण, सिबगुव
1122*3 22 = सिबगी, सिबगिण, सिबगिव
1122*3 22 +1 = सिबगिल, सिबगीलण, सिबगीलव
1122*2 2 112 = सिदगस, सीदगसण, सीदगसव
1122*2 2 1122 = सीदगसी, सीदगसिण, सीदगसिव
1122 11222*2 = सीसेदा, सीसेदण, सीसेदव
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11222 112*2 = सेसद, सेसादण, सेसादव
11222 112*2 +1 = सेसादल, सेसदलण, सेसदलव
11222 112*2 2 = सेसादग, सेसदगण, सेसदगव
11222 112*2 21 = सेसदगू, सेसदगुण, सेसदगुव
11222 112*2 22 = सेसदगी, सेसदगिण, सेसदगिव
11222 112*2 22 +1 = सेसदगिल, सेसदगीलण, सेसदगीलव
11222 1122 112 = सेसिस, सेसीसण , सेसीसव
11222 1122 1121 = सेसीसल, सेसिसलण, सेसिसलव
11222 1122*2 = सेसिद, सेसीदण , सेसीदव
11222 1122*2 +1 = सेसीदल, सेसिदलण, सेसिदलव
11222*2 112 = सेदस, सेदासण, सेदासव
11222*2 1121 = सेदासल, सेदसलण, सेदसलव
11222*2 1122 = सेदासी, सेदासिण, सेदासिव
11222*2 11221 = सेदासिल, सेदासीलण, सेदासीलव
11222*3 2 = सेबग, सेबागण, सेबागव
11222*3 22 = सेबागी, सेबागिण, सेबागिव
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11222*2 2 112 = सेदागस, सेदगसण, सेदगसव
11222 2 1122 112 = सेगासिस, सेगासीसण, सेगासीसव
11222 2 11222 1122 = सेगासेसी, सेगासेसिण, सेगासेसिव
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112*4 2 = साचग, सचगण, सचगव (तारिक छंद)
1122 112*3 2 = सिसबग, सीसबगण, सीसबगव
11222*2 1122*2 = सेदासिद, सेदासीदण, सेदासीदव
11222*2 1122*2 +1 = सेदासीदल, सेदासिदलण, सेदासिदलव
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सगणावृत्त छंदाएँ :- इन छंदाओं में केवल सगणाश्रित गुच्छक ही रहते हैं जिनकी एक से चार गुच्छक तक की आवृत्तियाँ रहती हैं। गुच्छक के अंत में स्वतंत्र वर्ण जुड़ सकते हैं। द्विगुच्छकी छंदाओं के मध्य में भी स्वतंत्र वर्ण संयोजित हो सकते हैं। इस पाठ में आगे लघु वृद्धि की छंदाएँ नहीं दी जा रही हैं जो सभी में बन सकती हैं। अब आगे केवल वाचिक और मात्रिक छंदाएँ ही दी जायेंगी। इन्हें बनाने के लिये आधार गुच्छक के रूप में इस पाठ के प्रारंभ में बताये गये 8 गुच्छक में से कोई भी लिया जा सकता है।
"स = (112 आधार गुच्छक)":-
112*2 12 = सदली, सदलिण
112*3 12 = सबली, सबलिण
112*4 12 = सचली, सचलिण
112*2 12, 112*2 12 = सदलिध, सदलीधण
112 11221 2 = सासींगा, सासींगण
112 11221 22 = सासींगी, सासींगिण
112 11212 2 = सासुग, ससुगण
112 11212 22 = ससुगी, ससुगिण
112 112121 2 = सासूंगा, सासूंगण
112 112121 22 = सासूंगी, सासूंगिण
112 112221 2 = सासैंगा, सासैंगण
112 112221 22 = सासैंगी, सासैंगिण
(इन्हें त्रिगुच्छकी छंदा का रूप देने के लिये आधार सगण को आवृत्त किया जायेगा। इससे सदसींगा, सदसूंगी आदि छंदाएँ बनेंगी।)
112*2 +2 11212 = सादगसू, सादगसुण
112*2 +22 11212 = सदगीसू, सदगुसुण
112*2 +12 (सदलिस, सदलीसी, सासुद, सदलीसे)
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"सी = (1122 आधार गुच्छक)":-
1122*2 12 = सिदली, सिदलिण
1122*3 12 = सिबली, सिबलिण
1122*2 12, 1122*2 12 = सिदलिध, सिदलीधण
1122 11212 = सीसू, सीसुण
1122*2 11212 = सिदसू, सिदसुण
1122 11221 22 = सीसींगी, सीसींगिण
1122 112221 2 = सीसैंगा, सीसैंगण
1122 112221 22 = सीसैंगी, सीसैंगिण
(आधार गुच्छक की आवृत्ति से सिदसींगी, सिदसैंगा आदि त्रिगुच्छकी छंदाएँ बनेंगी)
1122 112*2 12 = सीसदली, सीसदलिण
1122 11212*2 = सीसुद, सीसूदण
1122*2 +2 11212 = सीदगसू, सीदगसुण
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"सीं = (11221 आधार गुच्छक)":-
11221 2 = सींगा, सींगण
11221 22 = सींगी, सींगिण, सींगिव (हंसमाला छंद)
11221 22, 11221 22 = सींगिध, सींगीधण
11221 2 112 = सींगस, सींगासण
11221 22 112 = सींगिस, सींगीसण
(इनके अंत में स के स्थान पर सी, सू, से गणक भी आ सकते हैं।)
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"सू = (11212 आधार गुच्छक )":-
11212 2 = सूगा, सूगण
11212 22 = सूगी, सूगिण
11212 22, 11212 22 = सूगिध, सूगीधण
11212*2 2 = सूदग, सुदगण
11212*2 12 = सुदली, सुदलिण
11212*2 22 = सुदगी, सुदगिण
(ये छंदाएँ तीन की आवृत्ति में भी बनेंगी।)
11212 112 = सूसा, सूसण
11212 1122 = सूसी, सूसिण
11212 1122, 11212 1122 = सूसिध, सूसीधण
11212 1122, 11212 1121 = सूसिणसूसल, सूसिणसुसलण, सूसिणसुसलव (सिद्धिका छंद)
11212 112 22 = सुसगी, सुसगिण
11212*2 112 = सूदस, सुदसण
11212*2, 11212 1121 = सूदंसूसल, सूदंसुसलण, सूदंसुसलव (मणिमाल छंद)
11212 2 112 = सूगस, सुगसण
11212 22 112 = सूगिस, सूगीसिण
(इनके अंत में स के स्थान पर सी, सू, से गणक भी आ सकते हैं।)
11212 112*2 2 = सुसदग, सूसदगण
(ग के स्थान पर ल, ली या गी भी संयोजित हो सकता है।)
11212 1122*2 = सूसिद, सूसीदण
11212 112, 11212 112 +2 = सुसधग, सूसधगण
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"सूं = (112121 आधार गुच्छक )":-
112121 2 = सूंगा, सूंगण
112121 22 = सूंगी, सूंगिण, सूंगिव (ईश/अनघ छंद)
112121 22, 112121 22 = सूंगिध, सूंगीधण
112121 2 112 = सूंगस, सूंगासण
112121 22 112 = सूंगिस, सूंगीसण
(इनके अंत में स के स्थान पर सी, सू, से गणक भी आ सकते हैं।)
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"से = (11222 आधार गुच्छक )":-
11222*2 12 = सेदाली, सेदालिण
11222 11212 = सेसू, सेसुण
11222*2 11212 = सेदासू, सेदासुण
11222 112*2 12 = सेसदली, सेसदलिण
11222 11212*2 = सेसुद, सेसूदण
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"सैं = (112221 आधार गुच्छक )":-
112221 2 = सैंगा, सैंगण
112221 22 = सैंगी, सैंगिण
112221 2, 112221 2 = सैंगध, सैंगाधण
112221 2 112 = सैंगस, सैंगासण
112221 22 112 = सैंगिस, सैंगीसण
(इनके अंत में स के स्थान पर सी, सू, से गणक भी आ सकते हैं।)
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सगणाश्रित बहुगणी छंदाएँ:-
सामक छंदाएँ:- इन छंदाओं में सगण और मगण आधारित गुच्छक का प्रयोग होता है। 'म' से आरंभ होनेवाले किसी भी गुच्छक तथा 'ग' से आरंभ होनेवाले किसी भी वर्ण के गुरु को ओलल वर्ण में तोड़ा जा सकता है यदि उसके दोनों तरफ गुरु वर्ण रहे। यहाँ लघु वृद्धि की छंदाएँ नहीं दी जा रही जो सभी में बन सकती हैं।
11221 222 = सींमा, सींमण
11221 222, 11221 222 = सींमध, सींमाधण
11221 222 112 = सींमस, सींमासण
(इन छंदाओं में आधार गुच्छक के रूप में सू (11212), सूं (112121) तथा सैं (112221) आ सकता है। म के स्थान पर भी मी या मू आ सकता है। अंत के स के स्थान पर भी सी, सू या सागी आ सकता है। जैसे- सूमीसू)
112121 222 = सूंमा, सूंमण, सूंमव (विजात छंद)
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सातक छंदाएँ:- इन छंदाओं में सगण और तगण आधारित गुच्छक का प्रयोग होता है।
11221 2212 = सींती, सींतिण
(यह छंदा आधार गुच्छक में परिवर्तन से सूती, सूंती, सेती और सैंती नाम से बन सकती है। अंत में भी ती के स्थान पर ता, तू या ते आ सकता है।)
11212 2212, 11212 2212 = सूतिध, सूतीधण
11212 2212, 2212 11212 = सूतिणतीसू, सूतिणतीसुण
11212 2212 11212 = सूतीसू, सूतीसुण
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सारक छंदाएँ:- इन छंदाओं में सगण और रगण आधारित गुच्छक का प्रयोग होता है।
11221 212 = सींरा, सींरण
11221 212, 11221 212 = सींरध, सींराधण
11221 212 112 = सींरस, सींरासण
(इन छंदाओं में आधार गुच्छक के रूप में सू (11212), सूं (112121), से (11222) तथा सैं (112221) आ सकता है। र के स्थान पर भी री, रू या रागी आ सकता है। अंत के स के स्थान पर भी सी, सू, सागी आ सकता है। जैसे- सूंरासू)
112121 212 = सूंरा, सूंरण, सूंरव (भुजंगसंगता छंद)
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बासुदेव अग्रवाल 'नमन' ©
तिनसुकिया
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