Sunday, November 5, 2023

सेदोका (आतंकवाद)

(5 7 7 5 7 7 वर्ण प्रति पंक्ति)

आतंकवाद
गोली या निर्लज्जता? 
फर्क नहीं पड़ता।
करे छलनी
ये एकबार तन
वो रह रह मन।
****

पर्यावरण
चाहे हर जगह
लगे वृक्ष ही वृक्ष।
विकास चाहे
कंक्रीट के जंगल
कट कट के वृक्ष।
****

अमोल नेत्र
जो मरने के बाद
यूँ ही जल जाएंगे।
कर दो दान
किसीको रोशनी दे
खुशियाँ सजाएंगे।
****

बासुदेव अग्रवाल 'नमन'
तिनसुकिया
23-04-16

5 comments: