शारद वंदन:-
वंदन वीणा वादिनी,
मात ज्ञान की दायिनी,
काव्य बोध का मैं कांक्षी।
***
राम नाम:-
राम नाम है सार प्राणी,
बैल बना तू अंधा,
जग है चलती घाणी।
***
सरयू के तट पर बसी,
धूम अयोध्या में मची,
ज्योत राम मंदिर की जगी।
***
बासुदेव अग्रवाल 'नमन'
तिनसुकिया
12-08-20
वंदन वीणा वादिनी,
मात ज्ञान की दायिनी,
काव्य बोध का मैं कांक्षी।
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राम नाम:-
राम नाम है सार प्राणी,
बैल बना तू अंधा,
जग है चलती घाणी।
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सरयू के तट पर बसी,
धूम अयोध्या में मची,
ज्योत राम मंदिर की जगी।
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बासुदेव अग्रवाल 'नमन'
तिनसुकिया
12-08-20
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