चैत्र वैशाख
छायी 'बसंत'-साख
बौराई शाख।
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छायी 'बसंत'-साख
बौराई शाख।
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ज्येष्ठ आषाढ़
जकड़े 'ग्रीष्म'-दाढ़
स्वेद की बाढ़।
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श्रावण भाद्र
'वर्षा' से धरा आर्द्र
मेघ सौहार्द्र।
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क्वार कार्तिक
'शरद' अलौकिक
शुभ्र सात्विक।
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अग्हन पोष
'हेमन्त' भरे रोष
सौड़ी में तोष।
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माघ फाल्गुन
'शिशिर' है पाहुन
तापें आगुन।
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बासुदेव अग्रवाल 'नमन'
तिनसुकिया
14-01-2019
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