(लावणी छंद आधारित)
(1)
कोरोना का मतलब समझो, कोई रोडपे ना निकले,
लोगों के इस एक कदम से, हल बीमारी का निकले,
फैले जो छूने भर से हम, इससे सारे दूर रहें,
सबका ध्येय यही हो कैसे, देश से कोरोना निकले।
(2)
नाई की ज्यों नाइन होती, ठाकुर की ठकुराइन है,
कोरोना की घरवाली त्यों, समझो कोरोन्टाइन है,
नर की तो रहती नकेल ही, घरवाली के हाथों में,
कोरोन्टाइन से ही बस में, कोरोना की लाइन है।
बासुदेव अग्रवाल 'नमन'
तिनसुकिया
24-03-21
वाहः उत्तम उपाय लावणी के माध्यम से।
ReplyDeleteसब लोग माने तो बहुत अच्छा है।
Deleteहमारे ब्लॉग पर भी आइएगा आपका स्वागत है🙏🙏
Delete👌👌वाह! बहुत ही बेहतरीन 👌👌👌
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