7 भगण (211) की आवृत्ति के बाद 2 गुरु
पैर मिले करने सब तीरथ, हाथ दुखारिन दान दिलाने।
कान मिले सुनिए प्रभु का जस, नैन मिले छवि श्याम बसाने।
बैन मिले नित गा हरि के गुण, माथ दयानिधि पाँव नवाने।
'बासु' कहे सब नीक दिये प्रभु, क्यों फिर पेटहु पाप कमाने।।
बासुदेव अग्रवाल 'नमन'
तिनसुकिया
03-09-17
पैर मिले करने सब तीरथ, हाथ दुखारिन दान दिलाने।
कान मिले सुनिए प्रभु का जस, नैन मिले छवि श्याम बसाने।
बैन मिले नित गा हरि के गुण, माथ दयानिधि पाँव नवाने।
'बासु' कहे सब नीक दिये प्रभु, क्यों फिर पेटहु पाप कमाने।।
बासुदेव अग्रवाल 'नमन'
तिनसुकिया
03-09-17
मैंने अभी आपका ब्लॉग पढ़ा है, यह बहुत ही शानदार है।
ReplyDeleteमैं भी ब्लॉगर हूँ
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