चमकी
ऐसी भड़की
काल बन धमकी
मासूमों की
सिसकी।
*****
बिहार
बच्चे बीमार
सोयी पड़ी सरकार
करे हुँकार
बुखार।
*****
मुजफ्फरपुर
बुखार निष्ठुर
आया बन महिषासुर
केवल चिंतातुर!
सत्तापुर।
*****
महाकाल
बुखार विकराल
बच्चों पर भूचाल
सरकारी अस्पताल
बदहाल।
*****
1-2-3-2-1 शब्द
*****
बासुदेव अग्रवाल 'नमन'
तिनसुकिया
18-06-19
ऐसी भड़की
काल बन धमकी
मासूमों की
सिसकी।
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बिहार
बच्चे बीमार
सोयी पड़ी सरकार
करे हुँकार
बुखार।
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मुजफ्फरपुर
बुखार निष्ठुर
आया बन महिषासुर
केवल चिंतातुर!
सत्तापुर।
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महाकाल
बुखार विकराल
बच्चों पर भूचाल
सरकारी अस्पताल
बदहाल।
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1-2-3-2-1 शब्द
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बासुदेव अग्रवाल 'नमन'
तिनसुकिया
18-06-19
सायली विधा में आपकी रचनाएं गागर में सागर वाली कहावत को चरितार्थ करती है।
ReplyDeleteआपका ब्लॉग नये कवि अत्यंत ज्ञानवर्धक है।नवांकुरों के लिए यह देन है।
सुचि बहन बहुत बहुत धन्यवाद।
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